म्युचुअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट
म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट
म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट करके आप बैंक fd से ज्यादा रिटर्न्स प्राप्त कर सकते हैं. जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आज बैंक fd पर ब्याज दर काफी घट चुकी हैं. ऐसे में हम म्युचुअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट करके अच्छी पूंजी बना सकते हैं.
म्यूच्यूअल फण्ड क्या है - म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट करने से पहले हमें यह पता होना चाहिए कि म्यूच्यूअल फण्ड होता क्या है? म्यूच्यूअल फण्ड एक ऐसा फण्ड होता है जिसमें एक कुशल फण्ड मैनेजर हमारा पैसा कुछ चुने हुए शेयर के पोर्टफोलियो में लगाता है और इससे जो भी लाभ प्राप्त होता है वह हमें मिलता है.
चूंकि म्यूच्यूअल फण्ड में शेयर बाजार में हमारा पैसा फण्ड मैनेजर के माध्यम से इन्वेस्ट होता है इसलिए इसमें जोखिम कम होता है.
म्यूच्यूअल फण्ड मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं -
1. डेट फण्ड 2. इक्विटी फण्ड
1. डेट फण्ड - डेट फण्ड में रिस्क काफी कम होता है क्योंकी इसमें हमारा पैसा सरकारी प्रतिभूतियों तथा सरकारी बांड में निवेशित होता है तथा इसमें 8 से 9 प्रतिशत रिटर्न्स मिल जाता है
2. इक्विटी फण्ड - इक्विटी फण्ड मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं -
a. लार्ज केप फण्ड
b. मिड केप फण्ड
c. स्माल केप फण्ड
d. मल्टी केप फण्ड
a. लार्ज केप फण्ड - लार्ज केप इक्विटी फण्ड ऐसा फण्ड होता है जिसमें आपका पैसा ब्लू चिप कंपनियों में निवेश किया जाता है. यह अन्य इक्विटी फंडों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित होता है. क्योंकि आपका पैसा मार्केट की बड़ी कंपनियों में निवेशित होता है.
b. मिडकैप फण्ड - मिड केप इक्विटी फण्ड ऐसा फण्ड होता है जिसमें आपका पैसा मिड केप कंपनियों में निवेशित होता है यह फण्ड लार्ज केप फण्ड की तुलना में ज्यादा जोखिम लिये होता है पर इसमें रिटर्न्स की संभावनाएं भी ज्यादा होती हैं क्योंकि ये तेज बढ़ने वाली कंपनियां होती हैं.
c. स्माल केप फण्ड - स्माल केप फण्ड में आपका पैसा स्माल केप कंपनियों में निवेशित किया जाता है यह फण्ड सबसे जोखिमपूर्ण होता है.
d. मल्टीकैप फण्ड - मल्टी केप फण्ड ब्लु चिप तथा मिड केप कपनियों को मिलाकर बनाया जाता है. आजकल फण्ड की यह केटेगरी काफी लोकप्रिय है.
हम अपनी इच्छानुसार तथा जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार अच्छे फण्ड का चुनाव कर सकते हैं.
जब भी फण्ड का चुनाव करें बाजार में उसकी रैंकिंग तथा उसका पोर्टफोलियो अवश्य देख लें. अपना पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाइड बनाएं. अर्थात किसी एक केटेगरी के फण्ड में एकमुस्त पैसा ना डालें बल्कि प्रत्येक तरह के फण्ड में थोड़ा थोड़ा पैसा लगाएं. अपने पोर्टफोलियो में लार्जकैप व डेट का प्रतिशत ज्यादा रखें.
सिप के माध्यम से पैसा लगाएं. अर्थात प्रतिमाह एक निश्चित राशि अपने फण्ड में निवेश करें.
म्यूच्यूअल फण्ड निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है अतः उपरोक्त सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ही इसमें निवेश करें.
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